कोंच (जालौन) : लेवर पेन से कराहती गर्भवती को रेफर किया, बीच रास्ते एंबुलेंस में हो गई नॉर्मल डिलीवरी ..

Mohit Rathore (Khabar Up Tak)
0
लेवर पेन से कराहती गर्भवती को रेफर किया, बीच रास्ते एंबुलेंस में हो गई नॉर्मल डिलीवरी
 
🔖 पैसे का खेल उजागर होने पर गुस्साए कर्मचारियों ने जानबूझकर रेफर किया गर्भवती को, परिजनों में गुस्सा
•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••
मोहित राठौर  जालौन  - 8094558783
•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••

कोंच। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बद इंतजामियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। रविवार को एक बार फिर पैसे का खेल उजागर होने के बाद गुस्साए कर्मचारियों ने जानबूझकर लेवर पेन से कराहती एक गर्भवती महिला को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। उरई जाते वक्त बीच रास्ते में ही उक्त महिला की एंबुलेंस में नॉर्मल डिलीवरी हो गई। सीएचसी में हुए वर्ताव को लेकर महिला के परिजनों में इस बात को लेकर खासा गुस्सा है कि कर्मचारियों की लापरवाही उनके घर की महिला की जान पर भारी भी पड़ सकती थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक रविवार को सीएचसी कोंच में आयुष्मान भव: मेला चल रहा था। सुबह करीब ग्यारह बजे गांव तीतरा खलीलपुर निवासी एक गर्भवती महिला ज्योति अपने पति दिनेश कुशवाहा और सास सुमन देवी के साथ लेवर पेन से तड़पती हुई पहुंची। उसे भर्ती कर लिया गया और लेवर रूम से महिला के रक्त की जांच बाहर से कराई गई और वहां मौजूद महिला कर्मचारी ने ज्योति की सास से तीन सौ रुपए ऐंठ लिए। इस बात की जानकारी जब ज्योति के पति दिनेश को हुई तो उसने हंगामा काटना शुरू कर दिया। बात अधिकारियों के संज्ञान में जब पहुंची तो गुस्साई महिला कर्मचारी ने डिलीवरी कराने से हाथ खड़े करते हुए गर्भवती को जिला अस्पताल के लिए रेफर करा दिया। जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती उक्त महिला जब एंबुलेंस से उरई ले जाई जा रही थी तभी आधे रास्ते में एंबुलेंस में ही उसकी नॉर्मल डिलीवरी हो गई और उसने एक सुंदर से बेटे को जन्म दिया। यहां बड़ा सवाल यह है कि क्या केवल अपने गुस्से को शांत करने के लिए किसी के प्राणों को भी संकट में डाला जा सकता है।

क्या कहना है जिम्मेदारों का.......?
इस पूरे मामले को लेकर सीएचसी अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार शाक्य का कहना है गर्ववती महिला के पति ने मामले की जानकारी दी थी, मामले की जांच कराई जा रही है आगर मामला सही पाया गया तो कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी। इधर, एसडीएम अतुल कुमार का कहना है मामला संज्ञान में आया था मामले की जांच कराई जाएगी और अगर तेनाद कर्मचारी की गलती पाई जाएगी तो कड़ी कार्रवाई कराई की जाएगी। कभी भी औचक निरीक्षण कर सीएचसी की व्यवस्थाएं देखी जाएगी।

💉💉💉💉💉💉💉💉💉💉💉💉

कर्मचारी खुद जांच कराकर ले रहे है पैसे

कोंच। यह बात रविवार को घटी घटना के बाद एक बार फिर साफ हुई है कि कोंच सीएचसी में अंदर पैसे मांगने की प्रथा को लेकर सुर्खियों में रहने की आदत लग गई है। लेवर रूम में तैनात कर्मचारी ने सीएचसी में जांच न कराकर खुद सैंपल लेकर बाहर से गर्ववती महिला की खून की जांच कराई और उसे रिपोर्ट थमा कर तीमारदार से तीन सौ रुपए झटक लिए। यूपी सरकार जनता को सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य परीक्षण से लेकर दवा जांचे आदि निःशुल्क उपलब्ध करा कर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का पूरा प्रयास कर रही है लेकिन जमीन पर कुछ और हो रहा है।

💉💉💉💉💉💉💉💉💉💉💉💉

मौत के मुंह में धकेल दिया जच्चा बच्चा को

कोंच। महिला के पति दिनेश का कहना है कि गरीबों की कोई सुनने वाला नहीं है, सीएचसी कर्मचारी ने गुस्से में आकर जच्चा बच्चा को मौत के मुंह में धकेल दिया था। ये बाकिया सीएचसी कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही दर्शाने वाला है। पत्नी को गंभीर हालत में अस्पताल से रेफर कर दिया गया और रास्ते में डिलीवरी हो गई। वो तो ऊपर वाले की दया रही कि सबकुछ ठीक ठाक रहा वरना कर्मचारियों ने तो कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। अगर पत्नी या बच्चे की जान चली जाती तो जिम्मेदार कौन होता। लेवर रूम में तैनात कर्मचारियों की शिकायत उच्चाधिकारियों तक की जाएगी ताकि अन्य लोगों के साथ ऐसा व्यवहार न हो।

🚑🚑🚑🚑🚑🚑🚑🚑🚑🚑🚑🚑

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)